INDIAN MISSILES

 INDIAN MISSILES

 

 

ब्रह्मोस मिसाइल

ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है।

 

रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया (NPO Mashino stroeyenia) तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है।

 

इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। 

 

यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है।

 

सतह से सतह में मार करने वाले मिसाइल

(SURFACE TO SURFACE)

 

 

कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल

  • पृथ्वी (मारक क्षमता 150 से 250 किलोमीटर)

  स्वदेशीय निर्मित, ज़मीन से ज़मीन पर मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है।

Prithvi-II Missile Test Launch LIVE Updates: India successfully carries out  test launch of Prithvi-II missile - The Economic Times

 यह देश के इंटिग्रेटेड गाइडेड मिसायल डेवलपमेंट प्रोग्राम(आईजीएमडीपी)के तहत निर्मित पांच मिसाइलों में से एक है।

 

 

 

प्रहार ( Range -150 km.)

 

 यह मिसाइल (प्रक्षेपास्त्र) भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित की गई है।

 

यह एक ठोस इंधन की, सतह-से-सतह तक मार करने में सक्षम कम दुरी की सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल है।

 

प्रहार मिसाइल का प्रयोग किसी भी सामरिक और रणनीतिक लक्ष्यों को भेदने के लिए किया जा सकता है।

Current Affairs 15-10-2019

 

 

मध्यम दूरी(MEDIUM  RANGE) की बैलिस्टिक मिसाइल

  • अग्नि-1-(Range 700)

Agni-III | Missile Threat

 यह मिसाइल स्वदेशी तकनीक से विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु सक्षम मिसाइल है।

 

 

इंटरमीडिएट दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल

  • अग्नि-3–  (मारक क्षमता ३५०० किमी से ५००० किमी)

अग्नि-२ के सफल प्रक्षेपण के बाद भारत द्वारा विकसित मध्यवर्ती दुरी बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र है।

 

इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(DRDO) ने विकसित किया है।

 

 

  • अग्नि-4– अग्नि-4 (Agni-IV) एक इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है। BANKING   COMMITTEES

 

अन्तरमहाद्वीपीय दूरी (INTER CONTINENTAL)  की बैलिस्टिक मिसाइल

 

 

  •  अग्नि पंचम (अग्नि-५) भारत की अन्तरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र है।

 

  • इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है।

 

  • 5 हजार किलोमीटर तक के दायरे में इस्तेमाल की जाने वाली इस मिसाइल में तीन चरणों का प्रोपल्शन सिस्टम लगाया गया है।

 

  • अग्नि-6(विकासाधीन  DEVELOPING) –  (Agni-VI) 

 

एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है।

जिसे भारतीय सशस्त्र बलों के इस्तेमाल के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित की जा रही है।

 

 

 

  • सूर्या– सूर्या भारत का विकसित किया जा रहा प्रथम अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र है।

 

  • माना जाता है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ) ने १९९४ में इस परियोजना को आरम्भ कर दिया है।

 

पनडुब्बी प्रक्षेपित (Submarine launched)बैलिस्टिक मिसाइल

 

 

  • के-15 सागारिका-(Range 700 km) सागारिका भारतीय सेना में शामिल एक परमाणु हथियारों का वहन करने में सक्षम प्रक्षेपास्त्र है जिसे पनडुब्बी से प्रक्षेपित किया जाता है।

 

  • के-४ एसएलबीएम(परीक्षण के दौर से)(Range 3500 km)  – के-४ एक परमाणु क्षमता सम्पन्न मध्यम दूरी का पनडुब्बी से प्रक्षेपित किया जाने वाला प्रक्षेपास्त्र है

 

  • यह प्रक्षेपास्त्र मुख्यत: अरिहंत श्रेणी की परमाणु पनडुब्बियों का हथियार होगा।

 

 

  • के-5 एसएलबीएम(विकासाधीन) –

 

  •  मिसाइल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकासाधीन पानी के नीचे प्लेटफार्मों से लांच होने वाली मिसाइल है।

 

सामरिक (Strategic)मिसाइल

  • शौर्य– (मारक सीमा ७५०-१९०० किमी)

 शौर्य प्रक्षेपास्त्र एक कनस्तर से प्रक्षेपित सतह से सतह पर मार करने वाला सामरिक प्रक्षेपास्त्र है

 

जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित किया है।

  • प्रहार-  एक ठोस इंधन की, सतह-से-सतह तक मार करने में सक्षम कम दुरी की सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल है। MP SI ,JAIL POLICE ,MP POLICE CONSTABLE PAPERS

क्रूज़ मिसाइल

  • निर्भय

इसे भारत में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित किया गया है।

  •  एक लंबी दूरी की सबसॉनिक क्रूज मिसाइल है। 

 

शिप लांच बैलिस्टिक मिसाइल

  • धनुष– धनुष मिसाइल स्वदेशी तकनीक से निर्मित पृथ्वी प्रक्षेपास्त्र का नौसैनिक संस्करण है। यह प्रक्षेपास्त्र परमाणु हथियारों को ले जाने की क्षमता रखता है।

 

टैंक भेदी(ANTI TANK) मिसाइल

  • नाग मिसाइल–  यह उन पाँच (प्रक्षेपास्त्र) मिसाइल प्रणालियों में से

 

 

 

एक है जो भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित की गई है।

 

 

 

 

यह एक तीसरी पीढ़ी का भारत द्वारा स्वदेशीय निर्मित, टैंक भेदी प्रक्षेपास्त्र(Anti Tank Missile) है।

 

 

 

  • अमोघा मिसाइल(विकासाधीन) – यह दूसरी पीढ़ी की टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल है।

 

 

        जो 2.8 किमी तक की सीमा में बिंदु पिन सटीकता से वार कर   

        सकती है।

 

 

CURRENT AFFAIRS FOR BANKING EXAMS IN HINDI

सतह से हवा(SURFACE TO AIR) में मार करने वाले मिसाइल

कम दूरी की मिसाइल

आखिर ऐसा क्‍या खास है भारत में बने आकाश मिसाइल सिस्‍टम में, जो वियतनाम से लेकर UAE तक सबको ये चाहिए | TV9 Bharatvarsh

  • आकाश–  आकाश प्रक्षेपास्त्र भारत द्वारा स्वदेशीय निर्मित, माध्यम दूर की सतह से हवा में मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है। इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है। 

 

 

  • मिसाइल प्रणाली विमान को 30 किमी दूर व 18,000 मीटर ऊंचाई तक टारगेट कर सकती है।

 

  • त्रिशूल– (मारक क्षमता 9 किलोमीटर )   कम दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है,

 

मध्यम दूरी की मिसाइल

  • बराक 8– बराक 8 (Barak 8) एक भारतीय-इजरायली लंबी दूरी वाली सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है।

 

एंटी बैलिस्टिक मिसाइल

 

  • पृथ्वी एयर डिफेंस– पृथ्वी एयर डिफेंस वायुमंडल के बाहर आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को अवरोधन करने के लिए विकसित एक एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल है। यह पृथ्वी मिसाइल के आधार पर बनायीं गयी है।

 

 

  • एडवांस एयर डिफेंस– एडवांस एयर डिफेंस 30 किमी (19 मील) की ऊंचाई पर इंडो-वायुमंडल में आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों अवरोधन करने के लिए बनायीं गयी एक एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल है।

हवा से हवा(AIR TO AIR) में मार करने वाले मिसाइल

 

  • अस्त्र– अस्त्र दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), भारत ने विकसित किया है।

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