दोस्तों इस ब्लॉग में मैंने आपके लिए आगामी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए का एक समूह दिया है यह प्रश्न बार-बार पूछे गए हैं इसलिए आगामी परीक्षाओं में आने की पूरी संभावना है
HINDI SYNONYMS
PARYAVACHI 2020-2021 PART- 2
जहाज़ – जलयान, वायुयान, विमान, पोत, जलवाहन।
जानकी – जनकसुता, वैदेही, मैथिली, सीता, रामप्रिया, जनकदुलारी, जनकनन्दिनी।
जुटाना – बटोरना, संग्रह करना, जुगाड़ करना, एकत्र करना, जमा करना, संचय करना।
जोश – आवेश, साहस, उत्साह, उमंग, हौसला।
जीभ – जिह्वा, रसना, रसज्ञा, चंचला।
जमुना – सूर्यतनया, सूर्यसुता, कालिंदी, अर्कजा, कृष्णा।
ज्योति – प्रभा, प्रकाश, लौ, अग्निशिखा, आलोक
HINDI SYNONYMS PARYAVACHI 2020-2021 PART 2
(झ)
झंडा – ध्वजा, केतु, पताका, निसान।
झरना – सोता, स्रोत, उत्स, निर्झर, जलप्रपात, प्रस्रवण, प्रपात।
झुकाव – रुझान, प्रवृत्ति, प्रवणता, उन्मुखता।
झकोर – हवा का झोंका, झटका, झोंक, बयार।
झुठ – मिथ्या, मृषा, अनृत, असत, असत्य।
(ट)
टीका – भाष्य, वृत्ति, विवृति, व्याख्या, भाषांतरण।
टक्कर – भिडंत, संघट्ट, समाघात, ठोकर।
टोल – समूह, मण्डली, जत्था, झुण्ड, चटसाल, पाठशाला।
टीस – साल, कसक, शूल, शूक्त, चसक, दर्द, पीड़ा।
टेढा – (i) बंक, कुटिल, तिरछा, वक्रा (ii) कठिन, पेचीदा, मुश्किल, दुर्गम।
टंच – सूम, कृपण, कंजूस, निष्ठुर।
(ठ)
ठंड – शीत, ठिठुरन, सर्दी, जाड़ा, ठंडक
ठेस – आघात, चोट, ठोकर, धक्का।
ठौर – ठिकाना, स्थल, जगह।
ठग – जालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक।
ठाठ –आडम्बर, सजावट, वैभवा
ठिठोली – मज़ाक, उपहास, फ़बती, व्यंग्य, व्यंग्योक्ति।
ठगी – प्रतारणा, वंचना, मायाजाल, फ़रेब, जालसाज़।
(ड)
डगर – बाट, मार्ग; राह, रास्ता, पथ, पंथा
डर – त्रास, भीति, दहशत, आतंक, भय, खौफ़
डेरा – पड़ाव, खेमा, शिविर
डोर – डोरी, रज्जु, तांत, रस्सी, पगहा, तन्तु।
डकैत – डाकू, लुटेरा, बटमार।
डायरी – दैनिकी, दैनन्दिनी, रोज़नामचा।
(ढ)
ढीठ – धृष्ट, प्रगल्भ, अविनीत, गुस्ताख।
ढोंग – स्वाँग, पाखण्ड, कपट, छल।
ढंग – पद्धति, विधि, तरीका, रीति, प्रणाली, करीना।
ढाढ़स – आश्वासन, तसल्ली, दिलासा, धीरज, सांत्वना।
ढोंगी – पाखण्डी, बगुला भगत, रंगासियार, कपटी, छली।
(त)
तन – शरीर, काया, जिस्म, देह, वपु।
तपस्या – साधना, तप, योग, अनुष्ठान।
तरंग – हिलोर, लहर, ऊर्मि, मौज, वीचि।
तरु – वृक्ष, पेड़, विटप, पादप, द्रुम, दरख्त।
तलवार – असि, खडग, सिरोही, चन्द्रहास, कृपाण, शमशीर, करवाल, करौली, तेग।
तम – अंधकार, ध्वान्त, तिमिर, अँधेरा, तमसा।
तरुणी – युवती, मनोज्ञा, सुंदरी, यौवनवक्षी, प्रमदा, रमणी।
तारा – नखत, उड्डगण, नक्षत्र, तारका
तम्बू – डेरा, खेमा, शिविर।
तस्वीर – चित्र, फोटो, प्रतिबिम्ब, प्रतिकृति, आकृति।
तालाब – जलाशय, सरोवर, ताल, सर, तड़ाग, जलधर, सरसी, पद्माकर, पुष्कर
तारीफ़ – बड़ाई, प्रशंसा, सराहना, प्रशस्ति, गुणगाना
तीर – नाराच, बाण, शिलीमुख, शर, सायक।
तोता – सुवा, शुक, दाडिमप्रिय, कीर, सुग्गा, रक्ततुंड।
तत्पर – तैयार, कटिबद्ध, उद्यत, सन्नद्ध।
तन्मय – मग्न, तल्लीन, लीन, ध्यानमग्न।
तालमेल – समन्वय, संगति, सामंजस्य।
तरकारी – शाक, सब्जी, भाजी।
तूफान – झंझावात, अंधड़, आँधी, प्रभंजना
त्रुटि – अशुद्धि, भूल–चूक, गलती।
(थ)
थकान – क्लान्ति, श्रान्ति, थकावट, थकन।
थोड़ा – कम, ज़रा, अल्प, स्वल्प, न्यून।
थाह – अन्त, छोर, सिरा, सीना।
थोथा – पोला, खाली, खोखला, रिक्त, छूछा।
थल – धरती, ज़मीन, पृथ्वी, भूतल, भूमि।
(द)
दर्पण – शीशा, आइना, मुकुर, आरसी।
दास – चाकर, नौकर, सेवक, परिचारक, परिचर, किंकर, गुलाम, अनुचर।
दुःख – क्लेश, खेद, पीड़ा, यातना, विषाद, यन्त्रणा, क्षोभ, कष्ट
दूध – पय, दुग्ध, स्तन्य, क्षीर, अमृत।
देवता – सुर, आदित्य, अमर, देव, वसु।
दोस्त – सखा, मित्र, स्नेही, अन्तरंग, हितैषी, सहचर।
द्रोपदी – श्यामा, पाँचाली, कृष्णा, सैरन्ध्री, याज्ञसेनी, द्रुपदसुता, नित्ययौवना।
दासी – बाँदी, सेविका, किंकरी, परिचारिका।
दीपक – आदित्य, दीप, प्रदीप, दीया।
दुर्गा – सिंहवाहिनी, कालिका, अजा, भवानी, चण्डिका, कल्याणी, सुभद्रा, चामुण्डा।
दिव्य – अलौकिक, स्वर्गिक, लोकातीत, लोकोत्तर।
दीपावली – दीवाली, दीपमाला, दीपोत्सव, दीपमालिका।
दामिनी – बिजली, चपला, तड़ित, पीत–प्रभा, चंचला, विजय, विद्युत्, सौदामिनी।
देह – तन, रपु, शरीर, घट, काया, गात, कलेवर, तनु, मूर्ति।
दुर्लभ – अलम्भ, नायाब, विरल, दुष्प्राप्य।
दर्शन – भेंट, साक्षात्कार, मुलाकाता
दंगा – उपद्रव, फ़साद, उत्पात, उधम।।
द्वेष – बैर, शत्रुता, दुश्मनी, खार, ईर्ष्या, जलन, डाह, मात्सर्य।
दरवाज़ा – किवाड़, पल्ला, कपाट, द्वार।
दाई – धाया, धात्री, अम्मा, सेविका।
देवालय – देवमन्दिर, देवस्थान, मन्दिर।
दृढ़ – पुष्ट, मज़बूत, पक्का, तगड़ा।
दुर्गम – अगम्य, विकट, कठिन, दुस्तर।
द्विज – ब्राह्मण, ब्रह्मज्ञानी, वेदविद्, पण्डित, विप्रा
दिनांक – तारीख, तिथि, मिति।
(ध)
धनुष – चाप, धनु, शरासन, पिनाक, कोदण्ड, कमान, विशिखासन।
धीरज – धीरता, धीरत्व, धैर्य, धारण, धृति।
धरती – धरा, धरणी, पृथ्वी, क्षिति, वसुधा, अवनी, मेदिनी।
धवल – श्वेत, सफ़ेद, उजला।
धुंध – कुहरा, नीहार, कुहासा।
ध्वस्त – नष्ट, भ्रष्ट, भग्न, खण्डित।
धूल – रज, खेहट, मिट्टी, गर्द, धूलिा
धंधा – दृढ़, अटल, स्थिर, निश्चित।
धनुर्धर – रोज़गार, व्यापार, कारोबार, व्यवसाय
धाक – धन्वी, तीरंदाज़, धनुषधारी, निषंगी।
धक्का – रोब, दबदबा, धौंस। टक्कर, रेला, झोंका।